काफी गुणकारी है दूध में हल्दी मिलाकर पीना, जानिए कैसे! |
| आम तौर पर सर्दी होने या शारीरिक पीड़ा होने पर घरेलू इलाज के रूप में हल्दी वाले दूध का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि हल्दी वाले दूध के एक नहीं अनेक फायदे हैं? आयुर्वेद में हल्दी को सबसे बेहतरीन नेचुरल एंटीबायोटिक और एंटीसेप्टिक माना गया है।
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आंवला खाने के स्वास्थ्य लाभ |
| आंवला स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है, आंवला खाने से कई रोग दूर होते है । आइये जानते है आंवला खाने के स्वास्थ्य लाभ :-
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गिलोय खाने के स्वस्थ्यवर्धक फायदे |
| आइये जानिए गिलोय के स्वास्थ्यवर्धक फायदे | पढ़ने के लिए आगे क्लिक करे,,,,
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जानिए मधुमेह के कारण और उसके उपाय |
| मधुमेह या चीनी की बीमारी एक खतरनाक रोग है। यह बीमारी में हमारे शरीर में अग्नाशय द्वारा इंसुलिन का स्त्राव कम हो जाने के कारण होती है| रक्त ग्लूकोज स्तर बढ़ जाता है, साथ ही इन मरीजों में रक्त कोलेस्ट्रॉल, वसा के अवयव भी असामान्य हो जाते हैं। धमनियों में बदलाव होते हैं। इन मरीजों में आँखों, गुर्दों, स्नायु, मस्तिष्क, हृदय के क्षतिग्रस्त होने से इनके गंभीर, जटिल, घातक रोग का खतरा बढ़ जाता है|
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दांतों को हेल्दी बनाने के टिप्स |
| हम आपको को बता रहे हैं कुछ ऐसे उपाय जिन्हें अगर आप आजमाएंगे तो आपको दातों की समस्या नहीं होगी।
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जानिए अमरुद खाने असरकारी फायदे |
| अमरूद मीठा और स्वादिष्ट फल होने के साथ-साथ कई औषधीय गुणों से भरा हुआ है। सर्दियों में अमरूद खाने के फायदे ही फायदे हैं। जानिए अमरुद खाने के फायदे..
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जानिए ठण्ड में अदरक खाने के फायदे |
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अदरक में विशेष प्रकार के गुण पाए जाते है, इसलिए अदरक को सभी प्रकार की छोटी से लेकर बड़ी बीमारियों के इलाज में सर्वप्रथम उपयोग किया जाता है | जानिए अदरक के विषह गुण और फायदे,,,
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जाने लहसुन खाने के अजब-गजब फायदे |
| आपको पता ही होगा की लहसुन खाने का स्वाद दोगुना कर देता है, वही इसके सेहतमंद फायदों का भी कोई जवाब ही नही | सिर्फ लहसुन की एक कली ना जाने कितने रोगों को ख़त्म कर देती है | इसे एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक की तरह भी जाना जाता है | आइये जाने है इसके बेमिसाल फायदे...
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कड़ी पत्ते के स्वास्थ्यवर्धक फायदे |
| कड़ी पत्ते के स्वास्थ्यवर्धक फायदे पढ़ने के लिए आगे की स्लाइड पर क्लिक करे....
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जानिए चिकनगुनिया बुखार की दिलचस्प कहानी, इसके लक्षण और इलाज |
| चिकनगुनिया एक संक्रामक बुखार है | चिकनगुनिया का चिकन या मुर्गी से कोई ताल्लुक नहीं है, इस बीमारी के नाम की कहानी काफ़ी दिलचस्प है | इस बीमारी का पता पहली बार 1952 में अफ्रीका में चला था | मोज़ाम्बिक और तंजानिया के सीमावर्ती मकोंडे इलाक़े में इस बीमारी ने गंभीर रूप ले लिया था | मच्छर के काटने से होने वाली इस बीमारी के वायरस की पहचान एक बीमार व्यक्ति के ख़ून के नमूने से हुई थी |
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