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ब्रिटेन दौरे पर गए पीएम नरेंद्र मोदी "भारत की बात, सबके साथ" कार्यक्रम में शामिल हुए| यह कार्यक्रम लंदन के ऐतिहासिक वेस्टमिंस्टर सेंट्रल हॉल में आयोजित किया गया| यहां पीएम मोदी ने देश के सभी मुद्दों पर खुलकर बात की| सर्जिकल स्ट्राइक, नोटबंदी, स्वच्छता आंदोलन, जैसे कई मुद्दों पर पीएम मोदी ने अपने विचार रखे| पेश है उनके भाषण की दस बड़ी बातें
नया पाने का मकसद जीवन को गति देता है
हर युग में, हर अवस्था में कुछ न कुछ नया करने का नया पाने का मकसद गति देता है वरना तो जिंदगी रुक जाती है| अगर कोई कहता है कि बेसब्री बुरी चीज है तो मैं कहता हूं कि वह बूढ़ा हो चुके हैं, मेरी दृष्टि में बेसब्री तरुणाई का सपना है| मैं मानता हूं कि जिस दिन मेरी बेसब्री खत्म हो जाएगा मैं देश के काम नहीं आऊंगा|
पीठ पर कोई वार करे तो मोदी जवाब देना जानता है
भारत का चरित्र अजय और विजय रहने का है, लेकिन भारत का चरित्र किसी का हक मारने का नहीं है| टेंट में सोए हुए हमारे जवानों को कोई बुजदिल आकर मौत के घाट उतार दे क्या आप चाहते हैं कि मैं चुप रहूं| जब कोई आतंकवाद प्रोयजित करे, पीठ पर वार करे तो यह मोदी है उसी भाषा में जवाब देना जानता है|
मैंने गरीबी को जिया है
मुझे किताब पढ़कर गरीबी सीखनी नहीं पड़ी, मैं गरीबी झेल कर आया हूं, मैने गरीबी को जिया है| देश बदलने के लिए मैं इंतजार नहीं कर सकता|गरीबी हटाओं के नारे से गरीबी नहीं हटती है| विकास को जनांदोलन बनाना होगा|
मैं मेहनत करता हूं यह कोई मुद्दा नहीं
मैं मेहनत करता हूं यह बात आपने कही मैं समझता हूं देश में इसे लेकर कोई विवाद नहीं है, मैं मेहनत करता हूं यह मुद्दा नहीं है अगर न करता तो यह मुद्दा है, सवासौ करोड़ लोगों ने मुझे यहां बिठाया क्योंकि मेरे पास कुंजी एक ही है कठोर परिश्रम, मेरे पास पूंजी है प्रमाणिकता, मेरे पास पूंजी है मेरे 125 करोड़ लोगों का प्यार|
मैं भी एक सामान्य आदमी हूं
मैं भी आपके जैसा ही एक सामाजिक नागरिक हूं, मुझमें बहुत सारी कमियां हैं जो सामान्य आदमी में होती हैं, मैं वहीं हूं जो आप हैं| मेरे भीतर एक विद्यार्थी है, मैं अपने शिक्षकों को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मेरे अंदर के विद्यार्थी को मरने नहीं दिया| मैं गलतियां कर सकता हूं, लेकिन गलत इरादे से कभी गलती नहीं करूंगा|
हर शाम दूसरे दिन का सपना लेकर सोता हूं
बेसब्री मुझे ऊर्जा देती है| हर शाम दूसरे दिन का सपना लेकर सोता हूं| मैं कभी निराश नहीं होता| मैं हमेशा सकारात्मक सोचता हूं| उन्होंने कहा, इन्हीं व्यवस्थाओं से, अगर आपके पास नीति स्पष्ट हो, इरादे नेक हो तो आप इच्छित परिणाम हो सकते हैं|
विकास को जनांदोलन बनाना होगा
महात्मा गांधी ने आजादी की लड़ाई को जनता का आंदोलन बना दिया| उन्होंने करोड़ों लोगों को आजादी के आंदोलन से जोड़ दिया| हमें भी यही करना होगा विकास को एक जनांदोलन बनाना होना|
बदलाव के लिए मैं इंतजार नहीं कर सकता
देश बदलने के लिए मैं इंतजार नहीं कर सकता है| अब मैंने बीड़ा उठाया है घर में बिजली पहुंचाया है| आजादी के 70 साल बाद चार करोड़ परिवारों में आज भी 18वीं सदी की जिंदगी जी रहे हैं है| इन घरों में दिए की रोशनी में काम होता है| मैंने तय किया है कि मैं उन्हें बिजली दूंगा, उनके बच्चे रोशनी में पढ़ सकेंगे|
भारत की हर जगह चर्चा हो रही है
आज दुनिया भारत का लोहा मानने लगी है| आज भारत की हर जगह चर्चा हो रही है| मैंने शुरुआत में ही कहा था कि न हम आंख झुकाकर बात करेंगे| न हम आंख उठाकर करेंगे| हम आंख मिलाकर बात करेंगे| मानवता के काम भारत कभी पीछे नहीं रहा| रोहिंग्या शर्णाथियों तक भारत ने मदद पहुंचाई| हर इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म में भारत एजेंडा सेट करता है| भारत दुनिया में नए सिरे से अपनी अहमियत बना रहा है|
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