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साराभाई Vs साराभाई में नजर आ चुके टीवी और मराठी सिनेमा के प्रसिद्ध एक्टर सुमीत राघवन का कहना है कि मराठी फिल्म उद्योग में सुपरस्टार का स्टारडम नहीं बल्कि फिल्म की कहानी ही हीरो होती है|
आखिरी बार मराठी फिल्म आपला मानुस में नाना पाटेकर के साथ नजर आए सुमीत अब अपनी माधुरी दीक्षित की पहली मराठी फिल्म बकेट लिस्ट में उनके साथ हीरो बने नजर आएंगे|
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार सुमीत ने बताया, हमारे पास सलमान खान, शाहरूख खान या आमिर खान नहीं हैं| हमारे पास ऐसी कोई शख्सियत नहीं जो अकेले एक फिल्म को खींच ले जाए| मराठी सिनेमा में कथानक मायने रखता है| हमारे पास प्रतिभावान कलाकारों की कमी नहीं है जो अपने रचनात्मक अभिनय से फिल्म को बेहतरीन बना देते हैं| उन्होंने कहा, हिंदी सिनेमा में सितारों की कमी नहीं है| लेकिन मराठी फिल्म में कथानक महत्वपूर्ण होता है जिसमें दर्शकों को थिएटर तक लाने का माद्दा होता है| सुमीत ने आगे कहा, बॉलीवुड के दिग्गज अब मराठी सिनेमा पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं|
उन्होंने कहा, दूसरे क्षेत्रों से लोग यहां आ रहे हैं ताकि वह अपने लिए संभावनाएं तलाश सकें और अपनी रचनाशीलता को आकार दे सकें| प्रियंका चोपड़ा ने वेन्टीलेटर बनाई| इस फिल्म में कोई स्टार नहीं था लेकिन इसका कथानक कमाल का था| बता दें कि प्रियंका चोपड़ा के प्रोडक्शन में बनी इस फिल्म को पिछले साल तीन राष्ट्रीय पुरस्कार मिले थे| पिछले 35 साल में टीवी और फिल्मों में अपने अभिनय के जौहर दिखा चुके सुमीत ने कहा कि उनके पास प्रस्तावों की कमी नहीं है लेकिन जब तक वह पूरी तरह संतुष्ट नहीं होते, तब तक किसी भी प्रस्ताव को वह हां नहीं कहते|
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