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अब जल्द ही भारत में पांचवीं जनरेशन (5जी) टेक्नोलॉजी तकनीक आने वाली है। भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सार्वजनिक क्षेत्र की टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल ने अमेरिका की टेक दिग्गज कंपनी सिस्को के साथ करार किया है. सिस्को ने बीएसएनएल और नीति आयोग के साथ समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. इसके तहत 100 अटल इनक्युबेशन सेंटरों पर 5जी कनेक्टिविटी मिलेगी. दोनों संस्थान शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि के क्षेत्र में 5जी तकनीक की संभावनाएं तलाशेंगे. इसके लिए उनकी योजना इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और सर्विलांस स्थापित करने की है।
फाइनेंशियल टाइम्स की खबर के मुताबिक अटल इनक्युबेशन सेंटरों पर सिस्को नीति आयोग के साथ मिलकर वीडियो कांफ्रेंसिग प्लेटफॉर्म वेबेक्स टीम और सिस्को वेबेक्स बोर्ड स्थापित करेंगे ताकि अच्छी कनेक्टिविटी मिल सके. अटल इनोवेशन मिशन मोदी सरकार का फ्लैगशिप मिशन है. इसे देश में नवोनयन का वातावरण बनाने के लिए शुरू किया गया है. सिस्को के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) चक रॉबिन्स ने बीते हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस संबंध में मुलाकात की थी. वह 3 दिन की यात्रा पर भारत आए थे।
बीते साल दूरसंचार उपकरण बनाने वाली कंपनी एरिक्सन ने भारत में 5जी तकनीक के विकास के लिए आईआईटी दिल्ली के साथ समझौता किया था. कंपनी ने एक बयान में कहा था कि एरिक्सन और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-दिल्ली (आईआईटी दिल्ली) ने 'भारत के लिए 5जीТ कार्यक्रम पर साथ-साथ काम करने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं. इस एमओयू के तहत एरिक्सन 5जी के परीक्षण की सुविधा वाला एक उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करेगी साथ ही आईआईटी-दिल्ली में एक उद्यम विकास (इनक्युबेशन) केंद्र की भी स्थापना करना था. सूत्र बताते हैं कि 2020 तक 5जी के वाणिज्यिक तौर पर उपलब्ध होने की उम्मीद है।
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